इटखोरी (चतरा): जिले की प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थली भद्रकाली मंदिर स्थित कीर्तन मंडली परिसर में रविवार को बुंदेल समाज द्वारा “युवा प्रतिभा सम्मान समारोह एवं वन भोज” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चैय परगना के हजारपति एवं पूर्व विधायक निरंजन प्रसाद सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बंथू निवासी शिक्षक पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में 12 तपा के तपेदार भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
अपने संबोधन में कीर्तन मंडली के संचालक हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि बुंदेल समाज ने हमेशा दूसरों के हित में कार्य किया है। उन्होंने युवाओं की सोच और प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एक सूत्र में जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि माता भद्रकाली मंदिर में अनवरत कीर्तन चल रहा है, जिसमें कई बाधाएं आईं, लेकिन मंडली और समाज के युवाओं के सहयोग से इन बाधाओं को पार कर कीर्तन को आगे बढ़ाया गया। उन्होंने युवाओं को समाज और कीर्तन मंडली को और आगे ले जाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान हजारपति निरंजन प्रसाद सिंह को अंगवस्त्र और तलवार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 12 तपा के तपेदार और स्वामी जी को भी अंगवस्त्र एवं तलवार भेंट की गई। समाज के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं, सरकारी नौकरी प्राप्त करने वालों, और उनके अभिभावकों को भी अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस क्रम में विशेष रूप से सम्मानित व्यक्तियों में शामिल थे: कोमल कुमारी (खूंटी में पदस्थापित बीडीओ), सचित सिंह (चौपारण के सोहरा निवासी एवं सब लेफ्टिनेंट रविकांत रंजन के पिता), सतीश सिंह (मयूरहंड प्रखंड के अमझर निवासी शिक्षक सोमेश रंजन के पिता) इसके साथ ही सैकड़ों प्रतिभाशाली बच्चों के अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया।
*कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने वन भोज में सात्विक भोजन का आनंद लिया….*
इस आयोजन को सफल बनाने में सत्य नारायण सिंह, बबन सिंह, शिव कुमार सिंह, राहुल सिंह, प्रवीण सिंह, आजाद सिंह, मुन्ना सिंह, बबलू सिंह, अशोक सिंह, नेपाल सिंह, विकास सिंह समेत सैकड़ों युवाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।