डीजीपीएस मैपिंग से रुकेगी पत्थर खदानों में राजस्व चोरी, लीजधारकों पर करोड़ों का फाइन ।।

उपायुक्त रमेश घोलप ने जिले में अवैध खनन और राजस्व चोरी पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए।।

चतरा( संजीत मिश्रा )। चतरा जिले में लीज किए गए पत्थर खदानों से राजस्व चोरी रोकने के लिए डीजीपीएस (Differential Global Positioning System) मैपिंग एक कारगर उपाय साबित हो सकता है। अब तक इस तकनीक के अभाव में लीजधारकों को तय सीमा से अधिक खनन करने और सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुँचाने का अवसर मिला। खनन विभाग की लापरवाही के चलते बिना चालान पत्थर का अवैध परिवहन जारी रहा, जिससे करोड़ों रुपये के सरकारी राजस्व की हानि हुई।

डीजीपीएस मैपिंग लागू होने से खदानों की सटीक निगरानी संभव होगी। यह तकनीक हर खदान में खनन की वास्तविक मात्रा का ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध कराएगी, जिससे लीजधारक अपने निर्धारित क्षेत्र से बाहर खनन नहीं कर पाएंगे। इससे न केवल सरकारी राजस्व की चोरी रोकी जा सकेगी, बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

उपायुक्त रमेश घोलप ने जिले में अवैध खनन और राजस्व चोरी पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए। उन्होंने वैधता की आड़ में अवैध खनन करने वाले लीजधारकों पर करोड़ों रुपये का फाइन लगाया और रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस कार्रवाई से लीजधारकों के मंसूबे विफल हो गए। यदि खनन विभाग समय-समय पर छापेमारी करता, तो इतनी बड़ी चोरी नहीं हो पाती। अब डीजीपीएस मैपिंग लागू होने से विभाग की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी और किसी भी प्रकार की हेराफेरी पर लगाम लगेगी।

डीजीपीएस तकनीक से खनन क्षेत्र की सटीक पहचान होगी, जिससे अवैध खनन पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकेगी। सरकार की इस पहल से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि राजस्व हानि को भी न्यूनतम किया जा सकेगा।

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