राष्ट्रीय शान
रांची। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) झारखंड प्रदेश द्वारा आयोजित महिला सम्मेलन रांची विभाग अंतर्गत रांची, रामगढ़ और खूंटी जिलों की महिला कार्यकर्ताओं की भागीदारी के साथ एक दिवसीय कार्यक्रम के रूप में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा उपस्थित रहे। उनके साथ प्रदेश महामंत्री राजीव रंजन, संगठन मंत्री बृजेश कुमार, तथा राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. जिज्ञासा ओझा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
सम्मेलन का उद्देश्य: ‘मिशन सिंदूर’ के तहत नारी शक्ति को मंच यह सम्मेलन ‘मिशन सिंदूर’ अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य नारी शक्ति, साहस और सेवा भावना को एक मंच प्रदान करना था। कार्यक्रम विशेष रूप से भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को समर्पित था, जिन्होंने शत्रु ठिकानों पर साहसिक कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई है।
प्रेरक विचारों का आदान-प्रदान
प्रदेश महामंत्री राजीव रंजन ने कहा, “यह नया भारत है, जहाँ महिलाएं पुरुषों के समकक्ष खड़ी हैं। वे केवल घरेलू भूमिका तक सीमित नहीं रहीं, अब युद्ध के मैदान में भी नेतृत्व कर रही हैं।
सांसद प्रदीप वर्मा ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराते हुए कहा, “महिलाओं के समुचित विकास के बिना राष्ट्र की प्रगति अधूरी है।” उन्होंने झारखंड सरकार से सहिया बहनों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर उसे स्थायी करने की मांग भी की।
डॉ. जिज्ञासा ओझा ने भारतीय संस्कृति में महिलाओं की गौरवशाली भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, “भारतीय महिला हमेशा से समाज की पूरक रही है। हमें उनके योगदान को पहचानने और सम्मान देने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं—
प्रदेश अध्यक्ष बलिराम यादव, संगठन मंत्री बृजेश कुमार, महामंत्री प्रेमवती देवी, कोषाध्यक्ष परमिला देवी, अध्यक्ष यमुता तगुडूवार, सहिया-सहिया साथी कर्मचारी संघ रांची के जिला अध्यक्ष अरुण सिंह, जिला मंत्री सुबोध कुमार यादव, मुन्ना कच्छप, कार्यालय मंत्री सुनील कुमार, प्रदेश कोषाध्यक्ष चंदन प्रसाद, प्रदेश मंत्री रमाशंकर प्रसाद, विभाग प्रमुख राजकुमार सिंह, CMPDI के महामंत्री देवेंद्र तिवारी, रंजन रजक, मनोज कुर्रे सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में एक मजबूत कदम यह महिला सम्मेलन नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल सिद्ध हुआ। भारतीय मजदूर संघ ने यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया कि वे महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाते रहेंगे। “जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो परिवार सशक्त होगा और उससे राष्ट्र भी सशक्त बनेगा।”