रांची । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री किशन रेड्डी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में संपन्न हुई। इस बैठक में राज्य सरकार के खान सचिव जितेन्द्र कुमार सिंह वरिष्ठ अधिकारियों, कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी इकाइयों के वरीय पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में कोयला खनन से संबंधित विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा कर उनके समाधान की दिशा में कदम उठाना था।
बैठक में खनन के पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों पर गहराई से विचार किया गया। खनन क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया गया, साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और आजीविका को सुदृढ़ करने के लिए विशेष योजनाओं पर चर्चा हुई।
राजस्व और विकास के संदर्भ में, कोयला खनन से राज्य के राजस्व में वृद्धि की संभावनाओं पर विचार किया गया। इसके अलावा, खनन क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के विकास और स्थानीय समुदाय के उत्थान के लिए योजनाएं तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
पुनर्वास और पुनर्स्थापन योजना के तहत, खनन से विस्थापित परिवारों को वैकल्पिक आवास और रोजगार प्रदान करने की आवश्यकता पर चर्चा हुई। आधुनिक तकनीकों के उपयोग और पर्यावरणीय मानकों के अनुपालन सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।
राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय को मजबूत करने पर बल दिया गया, ताकि खनन क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाएं अधिक प्रभावी ढंग से संचालित की जा सकें। इस बैठक में दोनों नेताओं ने कोयला खनन क्षेत्र को राज्य की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण कारक बताया और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का संकल्प व्यक्त किया।