बुधवार को ED की टीम ने सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद, साहेबगंज के डीसी रामनिवास यादव, विनोद कुमार, होटवार जेल के कर्मी अवधेश समेत रौशन कुमार के यहां दबिश दी है । जिन-जिन लोगों के यहां ED छापेमारी कर रही है, उसमें ज्यादातर चेहरे चर्चित हैं, लेकिन रौशन अब तक लाइम लाइट से दूर रह कर चुप चाप काम करने वाला नाम है. लेकिन ED की रेड के बाद रौशन को लेकर शहर के लोगो में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है । लोग बताते हैं कि रौशन JMM का नेता तो है ही लेकिन सत्ता के संरक्षण में उसने रांची में पिछले कुछ वर्षों में अपना अलग साम्राज्य स्थापित कर लिया है. पूर्व डीसी और लैंड स्कैम के आरोप में जेल में बंद छवि रंजन के कार्यकाल में जिला प्रशासन और रेवन्यू से जुड़े सभी अफसरों को रौशन का कहा मानना ही पड़ता था. रौशन की हनक का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि रांची के प्रमुख अंचल जैसे नामकुम, ओरमांझी, रातू, कांके, हेहल, अरगोड़ा और नगड़ी के अलावा एसी कार्यालय में वह बिना किसी रोक टोक के घुसता था । जिला प्रशासन के अधिकारी बताते हैं कि सत्ता के करीबी लोगों के नाम की धौंस देकर अपना काम कराने के लिए बाध्य करता है । सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के आवास पर ईडी की छापेमारी चल रही है । अभिषेक प्रसाद के आवास और साहेबगंज उपायुक्त के आवास समेत 12 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है ।
इन-इन लोगों के घर पर चल रही है छापेमारी अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ( मीडिया सलाहकार, सीएम हेमंत सोरेन ), IAS रामनिवास यादव ( उपायुक्त, साहेबगंज व राजस्थान स्थित आवास), आर्किटेक्ट विनोद कुमार, खोड़निया ब्रदर्स ( साहेबगंज ), पप्पू यादव ( देवघर ), डीएसपी राजेन्द्र दूबे ( हज़ारीबाग और अन्य जगह ) अभय सरावगी ( कोलकाता ) और अवधेश कुमार ।
राष्ट्रपति से सम्मानित है डीएसपी राजेंद्र दुबे
साहिबगंज में डीएसपी पद पर कार्यरत हजारीबाग निवासी राजेंद्र दुबे के घर पर सुबह 7:00 बजे से ईडी की टीम ने दस्तक दिया। दो इनोवा कर में सवार होकर लगभग 10 सदस्यीय टीम हजारीबाग पहुंची। हजारीबाग के शिवपुरी मोहल्ले में स्थित दो मंजिला भवन पर ईडी की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान शुरू कर दी। राजेंद्र दुबे लगभग 3 वर्षों से डीएसपी के पद पर साहिबगंज खनन क्षेत्र में पदस्थापित है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के बहुत करीबी माने जाते हैं। रांची प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय ने डीएसपी राजेंद्र दुबे को पूछताछ के लिए पंकज मिश्रा के खनन मामले में रांची कार्यालय बुला चुकी है। बताते चले कि डीएसपी राजेंद्र दुबे 1994 बैच के एसआई पद पर नियुक्त हुए थे। राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित राजेंद्र दुबे बहुत ही कम समय में डीएसपी के पद पर आसीन हो गए और खनन क्षेत्र में हमेशा से ड्यूटी पर तैनात रहे। डीएसपी राजेंद्र दुबे मूल रूप से तिलरा गांव के रहने वाले हैं। हजारीबाग के शिवपुरी के अलावे गांव में आलीशान मकान है जबकि रांची में करोड़ों रुपए का बेस कीमती जमीन है। पंकज मिश्रा के करीबी होने के कारण हेमंत सरकार में अच्छी पकड़ भी है ।
झारखंड में सियासी हलचल के बीच बुधवार यानी आज का दिन काफ़ी अहम हो सकता है । एक ओर जहाँ ED की सीएम के करीबियों के यहां कार्रवाई जारी है । वही सीएम आवास पर कुछ देर बाद सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों की बैठक होगी । सियासी हलकों में इस बात की चर्चा जोरों पर है सीएम किसी भी स्थिति से निबटने के लिए इंडिया गठबंधन के विधायकों के बीच सहमति बनाएंगे । वही वे अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को विधायक दल का नेता बनाने के लिए भी गठबंधन के बीच एक राय बनाने की कोशिश कर सकते हैं ।