चतरा संसदीय क्षेत्र में मोदी मैजिक कायम , जनसभा में उमड़ी भीड़ ने विरोधियों की उड़ाई नींद ।।

राष्ट्रीय शान

चतरा । पीएम मोदी की रैली में उमड़ा जनसैलाब की सफलता के लिए चतरा लोकसभा प्रत्यासी कालीचरण सिंह ने भाजपा पदाधिकारी , कार्यकर्ता , समर्थक व आम जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों के उत्साह से यह पता चल गया कि लोग भाजपा की सरकार बनाने जा रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि सिमरिया के मुरवे मैदान में उमड़ी भीड़ को देखकर कांग्रेस-राजद के साथ-साथ जेएमएम भी पूरी तरह से घबरा गई हैं। वही खडग़े जी के मनिका में आयोजित जनसभा में भीड़ पूरी तरह नदारद थी जोकि इस तरफ इशारा कर रही है कि लोग उक्त पार्टियों की लोक विरोधी नीतियों से तंग आ चुके हैं ।

अपनों का साथ लेने में त्रिपाठी लगा रहे पूरी ताकत

कांग्रेस,जेएमएम और राजद के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन हो चुका है। कांग्रेस के हिस्से चतरा की लोकसभा सीट आई है । जिस पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी को प्रत्यासी बनाया गया है । पूर्व मंत्री और चतरा से कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी को भितरघात से जूझना पड़ रहा है । जिस दिन से केएन त्रिपाठी को कांग्रेस से प्रत्याशी बनाया गया, उसी दिन से उनकी मुसीबत शुरू हो गयी है । उन्हें चतरा में ‘बाहरी-भीतरी’ के मुद्दे से रू-ब-रू होना पड़ रहा है । डालटनगंज निवासी केएन त्रिपाठी को चतरा से प्रत्याशी बनाये जाने पर सबसे अधिक नाराजगी राजद के नेता व कायकर्ताओं में है ।

नाराजगी इस कदर है कि रांची में झामुमो द्वारा आयोजित उलगुलान न्याय महारैली के समापन पर त्रिपाठी और राजद समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी । किसी तरह पुलिस की मदद से दोनों गुट को समझा-बुझा कर झगड़ा को खत्म कराया गया था, नहीं तो रैली स्थल रणक्षेत्र बन जाता । हालांकि झामुमो ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया था । हालांकि महागठबंधन में आई गांठ को समाप्त करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कड़ी निंदा की । अब देखना है कि त्रिपाठी किस तरह से अपने संगठन, राजद और झामुमो की लोकल इकाई को अपने पाले में करते हैं या भितरघात करने वाले अपने मंसूबो में सफल हो पाते है । बता दें कि चतरा सीट पर 20 मई को मतदान होना है । यहां से कुल 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं ।

एससी–एसटी व मुस्लिम वोटरों की भूमिका अहम

वैसे तो चतरा लोकसभा सामान्य श्रेणी की सीट है. मगर इस सीट पर जीत-हार का फैसला एसटी और एससी ही करते रहे हैं. 2019 के डेटा के अनुसार, चतरा में अनुसूचित जातियों का वोट 27.15% और 21.15% एसटी वोटर हैं । इसके अतिरिक्त 10.78% मुस्लिम वोटर भी निर्णायक भूमिका में होते हैं. यानी कि कुल वोटरों में 59.08% एसटी, एससी व मुस्लिम हैं. शेष करीब 40% मतदाता ओबीसी व सामान्य वर्ग से आते हैं ।

पीएम नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन के दौरान गूंजता रहा जय श्री राम और मोदी , मोदी

पीएम मोदी ने चतरा जिले के सिमरिया अनुमण्डल स्थित मुरवे मैदान में 11 मई को विशाल जनसभा में अपने भाषण में कहा, ‘कांग्रेस झूठ फैला रही कि हम संविधान बदलना चाहते हैं, मोदी जब तक जिंदा है तब तक कांग्रेस को धर्म के आधार पर आरक्षण का खेल नहीं खेलने देगा । कांग्रेस के शहजादे और उनकी टीम को चैलेंज करता हूं कि वे घोषणा करें कि धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं देंगे वे कभी नहीं कहेंगे, । मैं सबके सामने रिकॉर्ड पर कह रहा हूं, जब तक भाजपा है, जब तक मोदी है तब तक भारत के संविधान में एससी-एसटी, ओबीसी को दिए आरक्षण की पूरी रक्षा कि जाएगी, उस पर कोई चोट नहीं लगने देंगे । उनके संबोधन के दौरान जय श्री राम और मोदी मोदी के नारों से गूंजता रहा ।

40 सालों से कांग्रेस के लिए सूखा रहा चतरा संसदीय क्षेत्र

वर्ष 1984 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद से अब तक चतरा संसदीय सीट से कांग्रेस का कोई सांसद नहीं रहा है । चतरा संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के अंतिम सांसद योगेश्वर प्रसाद योगेश थे । उन्होंने वर्ष 1984 से 1989 तक क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधित्व किया था । उन्होंने आइसीजे के शुकदेव प्रसाद वर्मा को हराया था । वर्मा को 54,478 और योगेश्वर प्रसाद योगेश को 2,11,020 वोट मिले थे ।

उसके बाद से चतरा संसदीय सीट पर कांग्रेस का कोई सांसद नहीं बन सका है । हालांकि पिछले तीन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस लगातार दूसरे नंबर पर रही है । वर्ष 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस के धीरज प्रसाद साहू 92,158 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे । उन्हें इंदर सिंह नामधारी ने हराया था । नामधारी को 1,08,336 वोट मिले थे । 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के धीरज प्रसाद साहू दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें 1,17,836 वोट मिले थे । विजेता रहे भाजपा के सुनील कुमार सिंह को 2,95,862 वोट मिले थे । इसी प्रकार साल 2019 के भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दूसरी स्थान पर रही थी । लेकिन, इस बार प्रत्याशी धीरज प्रसाद साहू नहीं, बल्कि मनोज कुमार यादव थे । यादव को 1,50,206 मत मिले थे । भाजपा के सुनील कुमार सिंह को 5,28,077 मत मिले थे । हालांकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में चतरा संसदीय सीट से गठबंधन के राजद के साथ कांग्रेस को दोस्ताना संघर्ष करना पड़ा था । राजद के प्रत्याशी सुभाष यादव तीसरे स्थान पर रहे थे. सुभाष यादव को 83,425 मत प्राप्त हुए थे ।

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