राष्ट्रीय शान
रजरप्पा(रामगढ़)। रामगढ़ विधानसभा की विधायक सुनीता चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि काँग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का रामगढ़ में अपमान किया है। यह “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” नहीं बल्कि “भारत तोड़ो अन्याय यात्रा” है । काँग्रेसियों की शुरू से मानसिकता रही है वीर शहीदों ओर स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का, यह रविवार को रामगढ़ के पावन धरती पर भी काँग्रेस के नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नाम पर निकाली गई रैली में देखने को मिली । एक ओर केवल बैनर पोस्टर में ही महात्मा गांधी एवं सुभाष चंद्र बोस, रामगढ़ की धरती है का नारा दी गई । लेकिन राहुल गांधी ने रामगढ़ गुजरने के क्रम में ना तो झारखंड के प्रख्यात सिद्धपीठ माँ छिन्नमस्ता रजरप्पा मंदिर दरबार में जाकर पूजा अर्चना की और ना ही रामगढ़ में स्थापित लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा, महात्मा गांधी की प्रतिमा , महात्मा गांधी के समाधी स्थल, बाबा साहब डा. भीम राव अम्बेडकर, रामगढ़ की हृदय स्थली सुभाष चंद्र बोस की आदमकद प्रतिमा और ना ही वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया और ना ही माल्यार्पण किया। इतना ही नहीं वो अपने काफिले की गाडी से उतरना भी उचित नहीं समझे । राहुल गांधी ने रामगढ़ की पावन धरती को अपमान किया है यह केवल रामगढ़ का हीं नहीं पूरे भारत देश का अपमान है ।
महापुरुषों के अपमान से रामगढ़ की जागरूक जनता काफी दुखी है। रामगढ़ विधायक ने आगे कहा कि आप सभी को ध्यान होगा कि पटेल चौक में भी लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्थापित में काँग्रेसियों के द्वारा ही विरोध किया गया था। हम धन्यवाद देते हैं रामगढ़ की जनता का जिन्होंने लौहपुरुष का प्रतिमा लगाने में आजसू पार्टी के द्वारा की गई आंदोलन में साथ दिया था, तभी जाकर लौह पुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा पटेल चौक पर स्थापित हो पाई थी । जहाँ एक ओर सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सम्मान देने का काम किया। वहीं एक ओर काँग्रेसियो के द्वारा हमेशा उनका अपमान किया गया है। यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं भारत तोड़ो अन्याय यात्रा है ।