राष्ट्रीय शान
चतरा । सिमरिया -टंडवा मुख्य मार्ग पर सड़क के दोनों किनारे 100 से अधिक की संख्या में सूखा पेड़ बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। सिमरिया से लेकर टंडवा तक जाने वाली मुख्य पथ पर सड़क के दोनों तरफ काफी संख्या पेड़ सुख गया है जबकि इस सड़क से प्रत्येक दिन सैकड़ो की संख्या में छोटी बड़ी वाहनों का आवागमन रहता है। इस पथ में पड़ने वाला जंगली क्षेत्र है। कई अन्य हरे पेड़ पर्यावरण को स्वच्छ एवं यात्रा को मनोरम बनाते हैं। वहीं इन सूखे वृक्षों से आने-जाने वालों लोगों के बीच खतरा बना हुआ है। कई शीशम , आम आदि के वृक्ष सूखकर गिरने के कगार पर हैं। इसके कारण किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस सड़क के दोनों तरफ 100 सौ से अधिक की संख्या में पेड़ कई वर्षों से सूखकर सड़ने लगे हैं। कई वृक्षों की डालियां सड़कर आंधी की भेंट चढ़ चुकी हैं। सुखी पेड़ हवा की हल्की आहट से भी गिर जाता है।दुखद बात तो यह है कि इस ओर से रोज कई लोग गुजरते हैं। साथ ही साथ जिले के कई सरकारी पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों का जाना-आना इस ओर से होता है, लेकिन सब कुछ देखकर भी अंजान बने हैं। इन पेड़ों के छोटे छोटे डाल टूट कर सड़क पर गिर रहे है, तो दूसरी तरफ कई पेड़ गिरने की स्थिति में है । यहां से गुजरने वाले लोगों को इसका डर सताते रहता है । इन पेड़ को हटाने का काम न स्थानीय प्रशासन और न तो वन विभाग कर रहा है । जनप्रतिनिधि की बात करें तो इस मामले में अनभिज्ञता नजर आते है । इस मार्ग पर लगभग एक से अधिक सौ पेड़ ऐसे हैं, जो कि पूरी तरह से सूख चुके है व कुछ सूखने के कगार पर है ।
सड़क के किनारे रहने वाले ग्रामीण ने बताया कि पेड़ कटाई के लिए कई बार वन विभाग व स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया है । लेकिन आज तक पेड़ की कटाई नहीं हो पायी है । हालांकि सूखे पेड़ गिरने से कई लोगों के घरों का नुकसान भी हो सकता है ।