संभवी के पिता डॉ. अभिषेक जायसवाल रेडियोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने बताया, “जब मेरी बेटी का फोन आया, मैं उस समय अल्ट्रासाउंड कर रहा था। वह पल मैं कभी नहीं भूल सकता।”
वहीं, संभवी की मां डॉ. ओजस्वी शंकर, जो सदर अस्पताल में कार्यरत हैं, ने कहा, “मैं उस समय ऑपरेशन थिएटर में थी। आज ऑपरेशन की तारीख थी। जब मुझे पता चला कि मेरी बेटी ने देश भर में टॉप किया है, तो मैं बहुत गर्व महसूस कर रही थी।”
संभवी की मेहनत और सपने
संभवी ने बताया, “मुझे शत-प्रतिशत अंक मिले हैं और मैं बहुत खुश हूं। मैं रोज़ाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थी और स्कूल में भी ध्यान देती थी। मैंने किसी प्रकार की कोचिंग या ट्यूशन नहीं ली। सिर्फ खाने के समय कभी-कभी टीवी देखती थी।”
संभवी को किताबें पढ़ने और कथक नृत्य में भी रुचि है। वह कथक सीखती हैं और भविष्य में आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग करना चाहती हैं।