झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर स्वास्थ्य विभाग के रहमों करम पर अधिकारी का फर्ज और ईमान दोनों अपने पक्ष में करने में कामयाब रहता है या होगी करवाई , बड़ा सवाल
चतरा । झोलाछाप चिकित्सक के चक्कर में पड़कर एक व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ गई । मृतक व्यक्ति की पहचान हंटरगंज प्रखंड के दंतार गांव निवासी सतेंद्र यादव के रूप में किया गया है । वह खेती-गृहस्ती कर अपने तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था । जानकारी के मुताबिक गुरुवार को अचानक सतेन्द्र यादव आग से बुरी तरह झुलस गया । हालांकि यह आग कैसे लगी परिजन नहीं बता पा रहे है । आग में झुलस जाने से बुरी तरह घायल सतेन्द्र यादव को ईलाज करवाने के लिए परिजन चतरा निकले थे पर दंतार चौक स्थित क्लीनिक संचालक झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर शर्मा ने दर्जनों ग्रामीणों के बीच मरीज को ठीक करने का गारंटी ले लिया था । परिजनों ने मीडिया को बताया कि झोला छाप डॉक्टर बेहतर ईलाज करने के नाम पर हमलोगों से मोटी रकम वसूल किया । झुलसे सतेंद्र यादव का ईलाज के दौरान क्लीनिक में ही मौत हो जाने के पश्चात घबराए झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर शर्मा ने अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए सतेन्द्र यादव का शव बेहतर ईलाज करवाने के नाम पर निजी एम्बुलेंस से सदर अस्पताल लाकर भर्ती करवाया जहाँ ड्यूटी पर तैनात डॉ राजेश कुमार द्वारा देखते ही सतेन्द्र यादव को मृत घोषित कर दिया गया । इसी जांच के दौरान मौके का फायदा उठाकर झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर शर्मा फरार हो गया । इस घटना के सम्बंध में सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉटर राजेश कुमार ने कहा कि अगर समय पर मृतक ईलाज होता तो बच जाते । मृतक का शरीर आग में 50% ही झुलसा है । झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर की लापरवाही का ही नतीजा है कि सतेन्द्र यादव की जान चली गई । वही इस घटना से मृतक के परिजनों में झोला छाप डॉक्टर के प्रति भारी आक्रोश है । खबर लिखे जाने तक शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया गया । परिजन झोला छाप डॉक्टर पर आरोप लगा रहे है तथा झोला डॉक्टर के विरुद्ध ( जोरी ) वशिष्ठनगर थाना में आवेदन दिया है । अब देखना दिलचस्प होगा कि झोला छाप डॉक्टर के विरुद्ध न्याय संगत करवाई होती भी है या फिर अन्य घटनाओं की तरह झोला छाप डॉक्टर शिवशंकर स्वास्थ्य विभाग के रहमों करम पर अधिकारी का फर्ज और ईमान दोनों अपने पक्ष में करने में कामयाब रहता है ।