चतरा । विधानसभा चुनाव की घोषणा और नामांकन प्रक्रिया व नाम वापसी की प्रक्रिया सम्पन्न होने के पश्चात चुनाव चिन्हों का आवंटन होने के साथ ही अब प्रत्याशियों ने जीत की रणनीति बनानी शुरू कर दिया है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अपने -अपने चुनाव चिन्ह का पप्पलेट , बैनर ,पोस्टर विधानसभा क्षेत्र के सभी जगह पहुंचाने में अपनी चाल तेज करते नजर आ रहे हैं। चुनाव चिन्ह आवंटित के साथ सभी प्रत्याशियों के चेहरों पर खुशी देखी जा रही है ।वही चुनावी समीकरण के बीच मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है । इस विधानसभा चुनाव में विधायक से उम्मीदों को लेकर आम लोगों में चर्चाओं का सिलसिला चल रहा है। चौपालों में लोग अपने-अपने पक्ष रखकर चुनावी चर्चाओं को आगे बढ़ा रहे हैं और अपने पसंद को रख रहे हैं। हर चौक चौराहों पर लोग बातचीत में कहते है कि विधायक ऐसा हो जो आम जनता को अपना माने और उनकी समस्याओं को सुने। चापलूसों से दूरी रखे और सच्चाई की समझ रखे , सबका सम्मान करें और सभी की बातों को लेकर चल सके। विधायक चुनने का मौका मिला है, तो बहुत ही सोच समझकर वोट देना है। इस बार अधिक से अधिक मतदान करना है और वोट की ताकत दिखाना है। विधायक ऐसा चुनना है जो जनता को अपना माने और चतरा विधानसभा की मूलभूत समस्याओं को दूर करें ।
जैसे जैसे मतदान की तारीखें नजदीक आ रही है प्रत्यासीयों की धड़कने बढ़ती जा रही है । प्रत्यासी और उनके परिवार वाले व शुभचिन्तक अपने रूठे लोगों व समर्थकों को मनाने में जुटे हुए है । आम हो या खास हर दिन राजनीतिक कशमकश जारी है । एक ओर राजद के नाराज नेताओं को मनाया जा रहा है । वहीं चुनाव में बड़े बदलाव की बात करने वाले निर्दलीय उम्मीदवार अशोक गहलौत भी अपने पक्ष में मतदाताओं को रिझाने में जुटे हुए है । जबकि एनडीए प्रत्यासी कम समय मे हर घर तक अपना चुनाव चिन्ह पहुंचाने में जुटे है ।