मयूरहंड बीडीओ के वाहन से जोरदार टक्कर, कृषि विभाग के सदस्य का पैर टूटा, हजारीबाग रेफर

पीतीज जंगल के पास हुआ हादसा, सड़क सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल

चतरा । जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पीतीज जंगल के पास एक दुखद हादसे में मयूरहंड प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनीष कुमार के सरकारी वाहन ने एक राहगीर को टक्कर मार दी। पीड़ित व्यक्ति कृषि विभाग से संबद्ध बताया जा रहा है, जिसका दाहिना पैर टूट गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।

चतरा से लौटते समय हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीडीओ मनीष कुमार चतरा जिला मुख्यालय से लौट रहे थे। रास्ते में पीतीज जंगल के पास उनका वाहन अनियंत्रित हो गया और सड़क पर चल रहे कृषि विभाग के एक सदस्य को चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पीड़ित व्यक्ति के दाहिने पैर में गंभीर फ्रैक्चर हो गया। घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए पहुंचे।

बीडीओ ने दिखाई तत्परता, खुद पहुंचाया अस्पताल

हादसे के बाद बीडीओ मनीष कुमार ने मानवीयता का परिचय देते हुए घायल को खुद अस्पताल पहुंचाया। उन्हें इटखोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति गंभीर होने पर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। घायल की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन परिजनों को सूचना दे दी गई है। बीडीओ मनीष कुमार ने कहा कि हादसे में केवल एक व्यक्ति घायल हुआ है। वाहन में सवार अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना को लेकर वे पूरी तरह संवेदनशील हैं और हर संभव मदद की जाएगी।

सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी अधिकारी अक्सर सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं, लेकिन जब सरकारी वाहन ही लापरवाही का कारण बनें, तो यह चिंता का विषय बन जाता है।
इस घटना ने दिखाया कि सिर्फ आम नागरिक ही नहीं, सरकारी वाहन चालकों को भी नियमों के प्रति पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए।
इसके साथ ही यह भी जरूरी हो गया है कि सरकारी वाहनों की समय-समय पर तकनीकी जांच और चालकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए।

स्थानीय लोगों ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रशासन से वाहन की स्थिति और चालक की जिम्मेदारी की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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