चतरा । चतरा के युवा ,जबाज़ व ऊर्जावान एसपी राकेश रंजन ने नक्सलियों के सफाया को लेकर निरंतर छापेमारी अभियान चला रहे है । इनके नेतृत्व मे उग्रवादियों के खिलाफ लगातार कारवाई की जा रही है । इस क्रम में चतरा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । पुलिस ने टीपीसी उग्रवादी संगठन के एरिया कमांडर नीरज गंझू और धनेश्वर करमाली को बेंती बरवाटोली जंगल से गिरफ्तार किया है। इन्होनें ट्रांसपोर्टिंग कार्य में लगे हाइवा में आगजनी की थी । पुलिस को इनके पास से एक कार्बाइन, यूएसए मेड पिस्टल, एक देसी पिस्टल, पांच जिंदा गोली, टीपीसी का पर्चा, मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं ।
गिरफ्तार किये गए दोनों उग्रवादियों को पुराना अपराधिक इतिहास रहा है । बीते 19 दिसंबर को जय अंबे ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के दो हाईवा में उग्रवादियों ने आगजनी की थी । जिसके बाद से हीं इन अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही थी ।गिरफ्तार दोनों उग्रवादियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है । इन्होनें टीपीसी संगठन के नाम पर लेवी वसूली और भय पैदा करने के उद्देश्य से आगजनी की थी । एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर टीम गठित कर कारवाई की गई । टीम ने तत्परता दिखाते हुए दस दिन के अंदर कारवाई करते हुए गिरफ्तारी की है ।
पिपरवार थाना क्षेत्र में दो हाईवा वाहनों में आगजनी की घटना के बाद 29 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली कि बेंती बरवा टोला जंगल में 8-10 की संख्या में इकट्ठा होकर टीपीसी के उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे है। जिसके बाद उक्त घटना के सत्यापन एवं कारवाई हेतु पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय केदार राम के नेतृत्व में एक अभियान दल का गठन किया गया।
छापामारी अभियान दल में शामिल सदस्यों में
केदार राम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी टंडवा, टंडवा थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक विजय सिंह, पिपरवार थाना प्रभारी गोविंद कुमार, सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार, पिपरवार थाना के अवर निरीक्षक रुपेश महतो , दिलीप कुमार बास्की, टिकवानंद भगत के साथ सशस्त्र बल शामिल थे।
क्या हुआ बरामद
- एक देशी कार्बाइन
- अमेरिका निर्मित 7.62 एमएम का एक पिस्टल
- 7.62 एमएम का एक देशी पिस्टल
- पांच चक्र जिंदा कारतूस
- टीपीसी संगठन का 25 पर्चा
- विभिन्न कंपनियों के मोबाइल एवं अन्य सामान
हिंसा छोड़ दें उग्रवादी : एसपी राकेश रंजन ………….
नक्सलियों के लिए एसपी राकेश रंजन ने अपील जारी करते हुए कहा है कि नक्सली गतिविधियों में शामिल सभी उग्रवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करते हुए सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास योजना का लाभ ले। सरकार द्वारा इसे और सुलभ बनाया जा रहा है जिसके तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 24 घंटे के अंदर ओपन जेल में शिफ्ट किया जाएगा। अतः सभी नक्सलियों से अपील की जाती है कि हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होकर सरकार की नीतियों का लाभ ले।