रांची /अमेरिका। हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार दीपावली के समाप्त होते ही देश-दुनिया में महापर्व छठ की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। शुरुआत में भारत के अलावा नेपाल के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला यह पर्व अब दुनिया के तमाम देशों में बसे हिंदू समुदाय के बीच उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष भारत में यह त्योहार 17 नवंबर से शुरू हो गया है और चार दिन बाद 20 तारीख को समाप्त होगा जबकि अमेरिका में दो दिन (18-19 नवंबर) छठ की धूम रहने वाली है।
कैलिफ़ोर्निया, एरिजोना, कनेक्टिकट, मैसाचुसेट्स, न्यू जर्सी, टेक्सास, उत्तरी कैरोलिना और वाशिंगटन डीसी सहित अमेरिका के कई राज्यों ने महापर्व छठ मनाने की तैयारियां चल रही है । अमेरिका में निवास कर रहे भारतीय मूल लखेन्द्र कुमार ने बताया कि बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (BJANA) पैनेनिया पार्क, न्यू जर्सी सहित पूरे देश में छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य आयोजन 18-19 नवंबर को एडिसन, न्यू जर्सी में होगा।
अमेरिका में भी हर साल सैकड़ों भारतीय-अमेरिकी नदी तटों, झीलों और अस्थायी जल निकायों में सूर्य देव की पूजा करने के लिए एकत्र होते हैं और महिलाएं भारतीय परंपराओं के अनुसार छठ मनाती हैं।
छठ के दौरान माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र, उत्तम स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए व्रत रखती हैं। यह सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए इस व्रत को रख जाता है।
छठ पूजा का व्रत रखने वाले लोग 36 घण्टे तक निर्जला उपवास रखते हैं। यानी व्रत के दौरान पानी भी नहीं पीया जाता। छठ पर्व का मुख्य व्रत षष्ठी तिथि को रखा जाता है, लेकिन यह पर्व चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तिथि को प्रातः सूर्योदय के समय अर्घ्य देने के बाद समाप्त होता है।