मैं किसी पार्टी का एजेंट या दलाल नहीं हूं , सेवा करना हमारा कर्म और धर्म , मैं डॉक्टर हूं, बीमारियों का इलाज करना जनता हूं : डॉ अभिषेक सिंह
चतरा । निर्दलीय समेत 22 उम्मीदवारों में चुनाव जीतने की जुनून सभी प्रत्याशियों में सर चढ़कर बोल रहा है।हर कोई बाजी मार लेने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। मतदाता काफी खामोश है , क्षेत्र में प्रत्यासी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए तूफानी जनसम्पर्क अभियान कर मतदाताओं को लुभाने में लगे हुए है । अब ऐसे में किसके सर पर कामयाबी का सेहरा जनता बांधती है यह तो 4 जून को होने वाले मतगणना के दिन ही पता चल पायेगा । दूसरी ओर मतदाताता भी सभी प्रत्याशियों के वादे और इरादे पर नजर बनाए हुए है । क्षेत्र भ्रमण के पश्चात मीडिया से बातचीत के दौरान एक ऐसे प्रत्यासी अपनी जीत पक्की बता रहे हैं। जो पिछले कुछ सालों से चतरा संसदीय क्षेत्र की जनता के बीच निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाते आये है । निर्दलीय उम्मीदवार नेत्र विशेषज्ञ डॉ अभिषेक कुमार सिंह का कहना है कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म और कर्म है । इसी सेवा भाव के साथ मैं चतरा संसदीय क्षेत्र की जनता की सेवा में लगा हुआ हूं । डॉ होने के नाते यहां की पीड़ा और समस्याओं को मैंने काफी करीब से महशूस किया हूँ । चतरा संसदीय क्षेत्र में प्राकृतिक सम्पदाओं से भरा होने के बावजूद बेरोजगारी , तनाव , गरीबी ,शिक्षा का घोर अभाव , स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव सहित कई समस्याएं व्याप्त है । इस समस्याओं से निजात पाने के लिए तथा चतरा संसदीय क्षेत्र को नया आयाम पर पहुंचाने तथा अपने बच्चों की बेहतर भविष्य के लिए आगामी 20 मई को जात-पात, धर्म-समुदाय व दल से ऊपर उठकर मतदान करना होगा तभी चतरा संसदीय क्षेत्र का विकास संभव है और इस लोकसभा का नया आयाम लिखा जाएगा ।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विकास नहीं होने का मुख्य कारण यह है कि जीतने भी पार्टीयों के सांसद जीते उनका एजेंट या दलाल सिर्फ इस क्षेत्र का दोहन करने का कार्य किया है । मैं किसी भी पार्टी का एजेंट या दलाल नहीं हूं । सबसे बड़ी बात यह है कि इस संसदीय क्षेत्र का सांसद बनने के बाद अनैतिक रूप से एक रुपया भी नहीं लेने का पहला दिन ही आम जनता के समक्ष प्रतिज्ञा लूंगा । मानव सेवा करना ही मेरा धर्म और कर्म है । इस सेवा को सच्ची सेवा मानकर भगवान को हमेशा खुश करना चाहता हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के बाद से यहां की समस्याएं विकराल रूप धारण कर लिया है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र की खनिज संपदा पर नज़र गड़ाए हुए हैं। लेकिन मैं क्षेत्र की समस्याओं को देख रहा हूं। मैं डॉक्टर हूं बीमारियों का इलाज करना जनता हूं। अशांत और असभ्य समाज बना हुआ है। स्वास्थ्य शिक्षा बेरोजगारी की समस्याओं से चतरा त्रस्त है। राष्ट्रीय राजनीतिक दलों एक तरफ एनडीए के भाजपा प्रतियाशी दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्यासी को हराकर सांसद बनना मेरे लिए सौभाग्य होगा। चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रीय आध्यात्मिक राजनीतिक पार्टी का बनाऊंगा। जिसका उद्देश्य धर्म जाति से उपर उठकर मानव जाति को नई दिशा प्रदान करना होगा। मौके पर डॉक्टर अभिषेक कुमार सिंह की पत्नी डॉक्टर मीनाक्षी सिंह भी मौजूद थी । दोनों पति-पत्नी क्षेत्र की जनता से मिलकर अभिषेक सिंह को अपार मतों से विजय बनाने की अपील कर रहे है ।