जागरूकता अभियान के तहत नियम तोड़ने वालों को डीटीओ इन्दर कुमार ने किया फूल भेंट ।।
चतरा ( संजीत मिश्रा )। सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत चतरा जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) इंदर कुमार के नेतृत्व में शनिवार को एक विशेष जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। जताराहीबाग चौक पर यह अभियान सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों और सड़क सुरक्षा कोषांग के कर्मियों की भागीदारी से संपन्न हुआ।
अभियान के दौरान बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट के वाहन चला रहे दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों को गुलाब का फूल भेंट कर उनकी गलतियों की ओर ध्यान दिलाया गया। इन चालकों को भविष्य में यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी गई। खासतौर पर मोटरसाइकिल सवारों को, जो हेलमेट साथ रखते हुए भी उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे थे, चेतावनी दी गई और उन्हें मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जुर्माने की प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही, चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट का महत्व समझाते हुए सड़क दुर्घटनाओं के खतरों से अवगत कराया गया।
गुलाब के फूल से दिया सकारात्मक संदेश
इस जागरूकता अभियान की खास बात यह थी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करने के बजाय गुलाब का फूल देकर जागरूक किया गया। यह अनोखा और सौम्य तरीका लोगों को न केवल आकर्षित कर रहा है, बल्कि उनमें यातायात नियमों के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी जगा रहा है। अधिकारियों ने संदेश दिया कि यातायात नियमों की अनदेखी केवल कानूनी समस्या नहीं है, बल्कि यह आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।
अधिकारियों का संदेश और अपील
जिला परिवहन पदाधिकारी इंदर कुमार ने अभियान के दौरान कहा, “यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की प्राथमिक जिम्मेदारी है। यह न केवल आपका कानूनी कर्तव्य है, बल्कि आपके जीवन और समाज की सुरक्षा का भी आधार है।” उन्होंने वाहन चालकों को यह भी सलाह दी कि हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल जीवन रक्षा के लिए अनिवार्य है।
सदर थाना प्रभारी बिपीन कुमार ने भी जागरूकता अभियान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कहा, “यातायात नियमों का पालन न करना केवल कानून का उल्लंघन नहीं है, यह आपके जीवन को जोखिम में डालता है। सड़क दुर्घटनाएं न केवल व्यक्ति की जान लेती हैं, बल्कि परिवारों को भी तबाह कर देती हैं। जीवन अनमोल है, इसे बचाने के लिए नियमों का पालन करें।”
सड़क सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी
अभियान का उद्देश्य केवल कानून का पालन सुनिश्चित करना नहीं, बल्कि समाज में एक सुरक्षित वातावरण बनाना है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यातायात नियमों का पालन केवल व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, यह समाज और परिवार की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। नियमों के पालन से दुर्घटनाओं में कमी आएगी और सड़कें सुरक्षित बनेंगी।
नया साल, नया संकल्प……….
जिला प्रशासन ने इस अभियान को नए साल में जनता को एक नया संदेश देने का माध्यम बताया। उन्होंने “नया साल, नया संकल्प” के नारे के तहत हर व्यक्ति से आग्रह किया कि वे यातायात नियमों का पालन करने का संकल्प लें। इस अभियान को जनता से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। अभियान के दौरान कई लोगों ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि वे भविष्य में नियमों का पालन करेंगे। कुछ ने यह भी कहा कि वे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
अभियान का दीर्घकालिक उद्देश्य
यह जागरूकता अभियान केवल सड़क सुरक्षा माह तक सीमित नहीं रहेगा। इसका दीर्घकालिक उद्देश्य चतरा जिले को एक आदर्श यातायात प्रणाली वाला जिला बनाना है। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले महीनों में स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक स्थानों पर भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सख्ती और सहयोग का मिश्रण
प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया कि यातायात नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। जुर्माना प्रक्रिया को प्रभावी बनाते हुए लोगों को यह समझाने की कोशिश की जाएगी कि यह उनकी सुरक्षा के लिए है।
चतरा जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की इस पहल ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि यातायात नियमों का पालन न केवल कानून की आवश्यकता है, बल्कि यह जीवन और सुरक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी है। गुलाब के फूल से शुरू हुआ यह जागरूकता अभियान न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।