चतरा : चतरा जिला कारनामों का जिला है । यहां के कारनामें ऐसे ऐसे है जिसका विवरण जानकर सब हैरान और एच्लेअचम्भिय रह जाते है । ऐसा ही एक मामला कोयलांचल नगरी टंडवा से आया है । प्रखंड में संचालित सीसीएल के आम्रपाली कोल परियोजना में सीबीआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की विशेष टीम ने आम्रपाली के परियोजना कार्यालय में पदस्थापित सिविल पर्यवेक्षक रामभज्जू कुमार व उसके सहयोगी अशोक राम को पच्चीस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हांथ गिरफ्तार किया है। सीबीआई की टीम दोनों को गिरफ्तार करने के बाद अपने साथ रांची ले गई है।
जानकारी के अनुसार परियोजना क्षेत्र में रेस्ट हाउस के देखरेख का टेंडर 95 लाख रूपये में निकाला गया था। जिसे 42 प्रतिशत कम रेट में वसंत बिहार नामक कंपनी ने लिया था। कंपनी के द्वारा कार्य की जिम्मेवारी कंपनी के कर्मी बचरा निवासी नागेश्वर राम को सौंपा था। बताया गया कि देखरेख के कार्य के अगस्त माह से लेकर नवम्बर माह तक के करीब चार लाख पचास हजार रूपये के भुगतान को लेकर नागेश्वर राम से परियोजना के पर्यवेक्षक के द्वारा राशि का 6 प्रतिशत कमीशन के रूप में 25 हजार रूपया मांगा गया साथ ही यह कहा गया कि जब तक कमीशन की राशि नहीं देंगे तब तक बिल का भुगतान नहीं होगा। जिसकी शिकायत नागेश्वर राम ने पुलिस अधीक्षक एसीबी एवं सीबीआई रांची से किया था। जिसके बाद नागेश्वर राम ने पर्यवेक्षक रामभज्जु के सहयोगी अशोक राम को जैसे ही घूस की राशि दिया। वैसे ही सीबीआई की टीम ने उसे घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद गिरफ्तार अशोक राम से पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम ने पर्यवेक्षक रामभज्जु को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया। आम्रपाली के परियोजना कार्यालय से घूस लेते रंगे हांथ पर्यवेक्षक सहित दो की गिरफ्तारी के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया है। विश्वस्त सूत्र का यह भी कहना है कि परियोजना क्षेत्र के प्रभावित क्षेत्रों में कराए गए कार्यो में भारी गड़बड़ियां है । गड़बड़ियों के पीछे का मुख्य कारण घपला , घोटाला कमीशनखोरी में शामिल महाप्रबंधक से लेकर सम्बंधित सभी शामिल है ।