नहीं है अधिकारियों का भय , संवेदक को कौन दे रहा संरक्षण ?
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मयूरहंड(चतरा) । जिले के मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र के इटखोरी जिहू मोड मुख्य सड़क महेशा में संवेदक द्वारा कार्यपालक अभियंता के द्वारा जांच के बाद रोक लगाने के बावजूद अंधेरी रात में घटिया सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा था । जिसकी त्वरित सूचना ग्रामीणों ने मंझगावा मुखिया सह दिशा सदस्य मंजित सिंह को दिया । सूचना मिलते ही मुखिया मंजीत सिंह ने सड़क निर्माण कार्य पर रोक लगाया और पथ निर्माण विभाग चतरा के कार्यपालक अभियंता को सूचना दिया। ज्ञात हो कि सड़क निर्माण कार्य मां अष्टभुजा कंशट्रक्शन हजारीबाग द्वारा की जा रही है। जिसमें संवेदक द्वारा लगातार प्राक्कलन से खिलवाड़ कर बगैर कनीय अभियंता की उपस्थिति में सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है । सड़क निर्माण कार्य गुणवत्तायुक्त नहीं होने के कारण बनने के साथ ही उखडना भी शुरू हो गया है । इस मामले में जिला परिषद सदस्य देवेंद्र चंद्रवंशी व मुखिया सह दिशा सदस्य मंजित सिंह ने एक सप्ताह पूर्व ही पथ निर्माण विभाग चतरा कार्यपालक अभियंता मिथिलेश प्रसाद को दी थी । जिसके बाद कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता संयुक्त रूप से सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया । निरीक्षण में सड़क निर्माण कार्य घाटियां किए जाने की शिकायत को सही पाया । जिसके बाद कार्यपालक अभियंता ने संवेदक को गुणवत्तायुक्त कार्य करने एवं शाम चार बजे तक सड़क निर्माण कार्य बंद करने का निर्देश दिया था। परंतु संवेदक अपनी मनमानी व अदेश की अवहेलना कर रात में गुणवत्ता से खिलवाड़ कर सड़क निर्माण कार्य जारी रख रहा है। मुखिया सह दिशा सदस्य श्री सिंह ने कहा कि किसी भी कीमत पर गुणवत्ता से खिलवाड़ कर व रात में सड़क निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। मुखिया ने इसकी शिकायत उपायुक्त से करने की बात कही है । सबसे आश्चर्य की बात यह है कि विभाग के वरीय अधिकारी के आदेश का अवहेलना आखिर किसके सह पर संवेदक कर रहा है यह भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है ।