दशकों पुराना पुल प्रशासन की लापरवाही का बना प्रतीक ।।
नित्यानंद पाठक
कान्हाचट्टी। चतरा जिले के कान्हाचट्टी प्रखंड को पीतीज गांव से जोड़ने वाला प्रमुख सड़क मार्ग एक बड़े खतरे में तब्दील हो चुका है। इस मार्ग पर स्थित गहरी नदी का पुल अपनी जर्जर हालत में ‘मौत का जाल’ बन चुका है। दशकों पुराना यह पुल अब इतनी खराब स्थिति में पहुंच गया है कि किसी भी क्षण बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोगों ने इस पुल को “यमराज का दरवाजा” बताते हुए कहा है कि यह पुल अब दुर्घटना को न्योता दे रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, भारी वाहन के गुजरते ही पूरा पुल थरथराने लगता है, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों में दहशत फैल जाती है। रोजाना सैकड़ों ग्रामीण, छात्र-छात्राएं और किसान इसी पुल से होकर गुजरते हैं, जिससे खतरा और बढ़ जाता है।
बरसात के मौसम में स्थिति और भयावह हो गया है । पुल की नींव के आसपास की मिट्टी बह बह जाने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इस संबंध में स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक मरम्मत या पुनर्निर्माण की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तुरंत तकनीकी जांच कराकर पुल की मरम्मत या नया पुल निर्माण कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो कभी भी बड़ा हादसा घट सकता है । जिसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी।