बाल श्रम एक अभिशाप है और यह राष्ट्र की प्रगति में बाधक : सत्यानन्द भोगता श्रम मंत्री , झारखण्ड सरकार

रांची । राज्य के श्रम मंत्री सत्यानन्द भोगता बुधवार को राँची स्थित कैपिटल हिल होटल में श्रम विभाग के द्वारा ( “विश्व बाल श्रम निषेध दिवस”) बाल श्रम के विरूद्ध जागरूकता बढ़ाने को लेकर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।

इस मौके पर मंत्री श्री भोगता ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया एवं कार्यक्रम को संबोधित किया। मंत्री श्री भोगता ने सम्बोधन में कहा कि बाल श्रम एक अभिशाप है और यह राष्ट्र की प्रगति में बाधक है,। क्योंकि बच्चे राष्ट्र की भविष्य हैं। बाल श्रम से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होता है। ऐसे में आज हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम बाल श्रम के विरुद्ध आवाज उठाएंगे और बच्चों को उचित शिक्षा और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने का पहल करेंगे । उन्होने कहा कि बाल श्रम रोकने के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं। बाल श्रम के विरूद्ध श्रम संसाधन विभाग की धावा दल के द्धारा लगातार छापेमारी कराई जा रही है, बच्चो से मजदूरी कराने वाले पकड़े भी जा रहे हैं। बाल श्रम को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इस अवसर पर विभागीय सचिव मुकेश कुमार समेत संबंधित अधिकारी व गणमान्य उपस्थित रहे।

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