बीपीओ पर रिश्वत लेने और मनरेगा के 5 लाख रुपये गबन का आरोप ।।
चतरा । सिमरिया थाना में कांड संख्या 164/24 के तहत रिश्वत लेने के आरोप में बीपीओ (ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर) राजेश पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह मामला तत्कालीन बीडीओ विनय कुमार द्वारा दर्ज कराया गया था। अब, बीपीओ राजेश पासवान न्यायालय से जमानत मिलने के बाद प्रखंड कार्यालय में फिर से ज्वाइन करने के लिए जोर लगा रहे हैं।
इस मामले को लेकर प्रमुख रोहन साव ने उप विकास आयुक्त (डीडीसी) अमरेंद्र कुमार सिन्हा को ज्ञापन सौंपकर बीपीओ राजेश पासवान को कार्यमुक्त करने और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
रिश्वतखोरी और गबन के गंभीर आरोप….
प्रमुख रोहन साव ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि बीपीओ राजेश पासवान बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं करते। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप हैं।
- रिश्वतखोरी: बीपीओ के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला सिमरिया थाना में पहले ही दर्ज है।
- गबन का आरोप: राजेश पासवान पर मनरेगा विभाग से 5 लाख रुपये गबन करने का भी आरोप है। बताया गया है कि उन्होंने मनरेगा के तहत सामान खरीदने के नाम पर पैसे निकाले, लेकिन आज तक सामान की खरीदारी नहीं की गई।
रोहन साव ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि इससे पहले भी वे उपायुक्त, डीडीसी और अनुमंडल पदाधिकारी को इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा मामले की जांच भी की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि बीपीओ राजेश पासवान सिमरिया प्रखंड कार्यालय में ज्वाइन करते हैं, तो यह उचित नहीं होगा और स्थानीय प्रशासन की साख पर बट्टा लगेगा।
स्थानीय लोग परेशान, वायरल हो चुका है रिश्वत का ऑडियो…
प्रमुख ने कहा कि बीपीओ राजेश पासवान के कार्यकाल के दौरान सिमरिया के लोग उनके रिश्वतखोरी और आतंक से परेशान रहे हैं। यहां तक कि रिश्वत मांगने का उनका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। प्रमुख ने डीडीसी से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और बीपीओ को कार्यमुक्त करने की सख्त मांग की है।