चतरा ( संजीत मिश्रा ) । जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद बालू माफियाओं पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। आम्रपाली परियोजना कार्यालय में अवैध बालू का भंडारण बदस्तूर जारी है। स्थानीय प्रशासन को जब इसकी जानकारी मिली तो कार्रवाई करते हुए अवैध बालू जब्त कर लिया गया।
इस मामले में अंचलाधिकारी विजय दास ने बताया कि आम्रपाली कार्यालय में लगभग 1500 सौ सीएफटी अवैध बालू का भंडारण पाया गया। उन्होंने कहा, “अवैध बालू जब्त करते हुए जिला खनन कार्यालय को इसकी जानकारी दी गई है। दोषी संवेदक के खिलाफ फाइन लगाने और अन्य कानूनी कार्रवाई के लिए जिला खनन विभाग को पत्र लिखा जा रहा है।”
आखिर यह सवाल खड़ा होता है कि जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद औद्योगिक नगरी टंडवा में अवैध बालू भंडारण क्यों रुक नहीं रहा है? प्रशासनिक कार्रवाइयों और सख्ती के बावजूद बालू माफियाओं का दुस्साहस थमने का नाम नहीं ले रहा ।
गौरतलब है कि बालू माफियाओं और कुछ कंपनियों के खिलाफ पहले भी कई बार एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। लेकिन इन मामलों में की गई कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। यही वजह है कि माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और अवैध बालू भंडारण का सिलसिला लगातार जारी है।
जिले में अवैध खनन और भंडारण को रोकना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी चपत लगा रहा है। प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, ताकि अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके। अवैध बालू भंडारण की समस्या पर यदि प्रशासन ने तत्काल और प्रभावी कदम नहीं उठाए, तो यह भविष्य में और गंभीर रूप धारण कर सकती है। जिला प्रशासन को माफियाओं और कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी।