भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा अंचल कार्यालय , कराह रही है प्रतापपुर की जनता ।।
उपायुक्त रमेश घोलप को शिकायतें प्राप्त होने के पश्चात उन शिकायतों को निष्पक्षता से जांच कर करवाई कर रहे है ।।
चतरा । प्रतापपुर अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार के आकंठ डूबता जा रहा है । सरकार पर भारी एक कर्मचारी , लूट खसोट का रिकार्ड है भारी गजब का है कर्मचारी सुखदेव तुरी और महेन्द्र की यारी । यह शीर्षक से आप समझ गए होंगे कि एक कर्मचारी राज्य सरकार पर किस तरह भारी है यह जानिए ? सुखदेव तुरी का ट्रान्सफर जिस अंचल कार्यालय में हुआ वहां उनके द्वारा जमीन सम्बंधित मोटेशन , जमीन रशीद , एलपीसी और फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकारी जमीन को भू-माफियाओं के हाथों में सौपने का कार्य में काफी फर्जीवाड़ा किया गया है । यही वजह है कि उनके ऊपर सात आरोपों का फाइल खोला गया तथा विधानसभा में सिमरिया विधायक किशुन दास के द्वारा मामला उठाया गया इसके बावजूद अब तक करवाई के नाम पर महज खनापूर्ती कर फाइलों को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है । सम्बंधित विभाग के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि सबसे आश्चर्य की बात यह है कि ईटखोरी प्रखण्ड मुख्यालय में 70 वर्षो से लगते आ रहे बाजार हाट का जमीन तुरी के कार्यकाल में भू-माफियाओं के नाम कर दिया गया तथा म्यूटेशन और रशीद भी निर्गत कर दिया गया है । कर्मचारी तुरी की पहुँच इतनी लम्बी है कि करवाई के नाम पर सात अलग-अलग फाइल खोला गया है जबकि एक ही फाइल में सभी आरोप पत्र खोला जाना चाहिए था । सात आरोपों के बावजूद तथा विधानसभा में जमीन सम्बंधित गड़बड़ियों का मामला उठाये जाने के बाद भी एक कर्मचारी पर करवाई नहीं होना यह साफ दर्शाता है कि एक कर्मचारी सरकार पर किस तरह भारी है ।
प्रतापपुर कर्मचारी भवन कार्यालय में अवैध वसूली कि खबर कोई आश्चर्य चकित करने वाला नहीं है। अंचल क्षेत्र के आमलोग कर्मचारी के द्वारा रखे गए निजी कंप्यूटर ऑपरेटर के कार्यशैली व उगाही से मानसिक रूप से परेशान व कराह रहे है । इस अंचल कार्यालय में फर्जीवाड़ा का फेरीहस्त काफी लंबा है । जमीन का फर्जी दस्तावेज ,म्यूटेशन ,एलपीसी व रसीद बगैर निर्गत करने के लिए मोटी रकम लिया जाता है । जो व्यक्ति घुस नहीं देते हैं उनका जमीन संबधित कार्य मे कोई ना कोई कारण बताकर कार्य नहीं किया जाता है । जबकि जो घुस दे देते हैं उनके लिए कुछ भी त्रुटि चलेगी तथा नियमों को तार-तार करते हुए जमीन माफियाओं को फर्जी कागजात उपलब्ध कराकर जमीन विवाद बढ़ाया जा रहा है तथा सरकारी जमीन को लुटवाने का भी कार्य किया जा रहा है ।
कौन है महेन्द्र , जो कर्मचारी के साथ गजब की यारी …….
प्रतापपुर कर्मचारी भवन कार्यालय में जब लोगों की भीड़ देखा तो , भीड़ क्यूं लगी है इसे जानने का प्रयास किया तो देखा कि सरकारी कर्मचारी तो नहीं है पर सरकारी कार्य करने वाले दो निजी युवक अलग अलग कमरें में कर्मचारी का लॉगिन आईडी खोलकर कंप्यूटर पर कार्य कर रहे है और कर्मचारी गायब है । जमीन सम्बंधित कार्य कराने आये आम जनता से जानकारी ली तो जानकर अचंभित रह गए । उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के द्वारा निजी युवकों को रखकर वसूली कार्य के साथ उन्ही के द्वारा काम किया जाता है तथा सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ किया जाता है । देखिये इस वीडियो में तभी कर्मचारी के निजी कम्प्यूटर ऑपरेटरों के कारनामों को जानेंगे । सूत्रों की माने तो यह भी पता चला है कि चतरा के रेकर्ड रूम में फर्जीवाड़ा से बचने के लिए खतियान व रजिस्टर टू के साथ छेड़छाड़ किया गया है तथा एक ही जमीन का दो रजिस्टर टू तैयार किया गया है । हालांकि अधिकारी दोषियों को चिन्हित कर लिया है और वैसे सभी दोषियों के विरुद्ध कठोर कानूनी करवाई की तैयारी कर ली है ।
उपायुक्त रमेश घोपल चतरा जिले के सरकारी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए लगातार सार्थक प्रयास कर रहे है । जिसका नतीजा है कि स्वास्थ्य व्यवस्था में काफी सुधार आया है । जिस विभाग में भी उपायुक्त रमेश घोलप को शिकायतें प्राप्त हो रही है , उन शिकायतों को निष्पक्षता से जांच कर करवाई कर रहे है । प्रतापपुर अंचल कार्यालय का लगातार शिकायतें मिलने के पश्चात उपायुक्त ने 27/07/2024 को जनता दरबार व प्रखण्ड/अंचल में विभागीय कार्यो की समीक्षात्मक बैठक हेतु पत्र निर्गत कर निर्देश दिए है । इस बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श ,प्रखण्ड/अंचल के विभिन्न योजनाओं की पंचायतवार/हल्कावार समीक्षात्मक बैठक , प्रखण्ड/अंचल कार्यालय का निरीक्षण ,विभिन्न विकास योजनाओं का स्थलीय जांच किया जाएगा । इस जांच कमिटी में जिले के कई वरीय अधिकारी शामिल है ।