रांची/दुमका । झारखंड के दुमका स्थित प्रसिद्ध शिवधाम बासुकीनाथ में अजित रोडवेज की खड़ी पांच यात्री बसों में आग लगने से वे जलकर खाक हो गई हैं। आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन घटनाक्रम यह था कि लगातार एक के बाद एक वाहन जलते रहे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बासुकीनाथ धाम, जिसे कामना लिंग के नाम से भी जाना जाता है, देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। खासकर श्रावणी माह में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। लेकिन इस घटना में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि बासुकीनाथ में न तो एक भी अग्निशामक कार्यालय है, और न ही कोई अग्निशामक वाहन। ऐसे में जब कोई आकस्मिक आग की घटना होती है, तो उसे बुझाने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब तक अग्निशामक सेवाएं पहुंचती हैं, तब तक नुकसान काफी बढ़ चुका होता है। इस आगजनी की घटना में भी वही हुआ, और सभी वाहन जलकर राख हो गए।
https://www.facebook.com/share/v/1BM21fFn55/
इससे पहले भी बासुकीनाथ मंदिर के समीप आग लगने से सैकड़ों दुकानें जल गई थीं, जिससे करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो गई थी। पूर्व सांसद ने इस प्रकार की घटनाओं को लेकर लगातार सरकार से अग्निशामक कार्यालय और अग्निशामक वाहन की मांग की थी, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। यहां यह भी बताते चलें कि सरकार ने बासुकीनाथ धाम को श्रावनी मेले के दौरान राजकीय मेले का दर्जा दिया हुआ है, बावजूद इसके यहां की सुरक्षा और अग्निशमन सेवाओं को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
सवाल उठता है कि जब बासुकीनाथ जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल पर लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा की बात होती है, तो वहां अग्निशामक सेवाएं और सुरक्षा उपाय क्यों नहीं दिए जाते?