
चतरा: समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में ईद, सरहुल, चैती छठ, और रामनवमी पर्व को लेकर एक जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों और विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने आपसी सौहार्द और शांतिपूर्ण पर्व मनाने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त रमेश घोलप ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने बताया कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी रखें और सुनिश्चित करें कि पर्वों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की संभावना न हो। उपायुक्त ने कहा, “यह पर्व आस्था और पवित्रता से जुड़ा हुआ है और इसे सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाना सभी की जिम्मेदारी है। प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठाएगा ताकि विधि व्यवस्था में कोई विघ्न न आए।”
बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडे ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों की सख्त निगरानी की जा रही है और अगर किसी ने अफवाह फैलाने या आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही वाट्सएप पर बिना सत्यता के पोस्ट करने और उसे शेयर करने वाले एडमिन के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जुलूस और झांकी के दौरान वीडियोग्राफी और ड्रोन के जरिए निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो।
इसके अतिरिक्त, उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता पेयजल और स्वच्छता प्रमंडल चतरा को आदेश दिया कि रामनवमी जुलूस के मार्ग में पानी की समुचित व्यवस्था की जाए और खराब पड़े चापानल की मरम्मत की जाए। स्वास्थ्य विभाग को भी पूरी तरह से तैयार रहने की निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में उपचार की सुविधा उपलब्ध हो सके।
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि सभी जुलूसों का रूट वेरीफिकेशन किया जाए और विद्युत विभाग के साथ मिलकर जुलूस मार्ग पर किसी भी लटके हुए विद्युत तार को दुरुस्त किया जाए। सभी अखाड़ा अध्यक्षों से यह भी कहा गया कि वे केवल निर्धारित रूट पर और तय समय पर ही जुलूस निकालेंगे।
इस बैठक में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी और समिति सदस्य उपस्थित थे। सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियां निभाने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की हिदायत दी गई।
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे एक सभ्य नागरिक की भूमिका निभाते हुए पर्वों को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं, ताकि यह पर्व सभी के लिए सुखद और सुरक्षित हो।
