राष्ट्रीय शान
चतरा । इस भीषण गर्मी के साथ चतरा लोकसभा क्षेत्र का सियासी माहौल अब गरम होने लगा है । अधिसूचना जारी होने के साथ ही शुक्रवार को दो प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। बीजेपी प्रत्याशी कालीचरण सिंह और दूसरा निर्दलीय प्रत्यासी डा. अभिषेक कुमार सिंह ने अपना पर्चा दाखिल किया । दोनों उम्मीदवार अपने प्रस्तावक और समर्थक के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और जिला निर्वाचन पदाधिकारी रमेश घोलप के समक्ष पर्चा दाखिल किया। भाजपा प्रत्याशी के साथ प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, प्रतिपक्ष के नेता अमर आउरी, पांकी के विधायक शशिभूषण मेहता, सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास, जिलाध्यक्ष रामदेव सिंह भोगता और पूर्व जिलाध्यक्ष विनय सिंह मौजूद थे। लेकिन जिला निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष प्रत्याशी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष, प्रतिपक्ष के नेता व प्रस्ताव ही गए थे। नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कालीचरण सिंह ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्र के निवासियों की आवाज बुलंद करूंगा। उन्होंने कहा कि 1957 के बाद यह पहला मौका है, जब भाजपा ने एक स्थानीय और साधारण कार्यकर्ता को लोकसभा का टिकट दिया है।
वही निर्दलीय से नामांकन दाखिल करने वाले डॉ अभिषेक सिंह ने अपना नामांकन दाखिल करने के पश्चात निर्दलीय प्रत्यासी डा. अभिषेक कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सेवा उनका धर्म है। क्षेत्र के लोगों की सेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं। सेवा भाव के लिए वे चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चतरा में अभी तक जितने भी सांसद हुए हैं उन्होंने इलाके के लिए कुछ नहीं किया है, किया होता तो चतरा में इतनी समस्याएं कैसे होती । डॉक्टर अभिषेक ने यह भी कहा कि चतरा में बड़ी पार्टियों का विनाश उनके हाथों लिखा है । डॉक्टर अभिषेक एशिया में 25 वां रैंक लाकर दिल्ली के एम्स से नेत्र रोग में एमडी कर के रांची में अपना क्लिनिक चलाते हुए चतरा संसदीय क्षेत्र में कई वर्षों से स्वास्थ्य शिविर लगाया हैं । स्वास्थ्य शिविर के जरिये जरूरतमंदो को निशुल्क दवा वितरण , चश्मा वितरण तथा आंख के जटिल ऑपरेशन करने जैसे कार्य किये है । चतरा संसदीय क्षेत्र के अधिकांश इलाके में कैंप लगा कर लोगों की मदद करते रहे हैं। नामांकन के दौरान डॉक्टर अभिषेक सिंह की पत्नी मीनाक्षी सिंह भी मौजूद थीं।
नामांकन को लेकर डीसी आफिस के आसपास सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया है। डीसी आफिस के सभी द्वार पर दंडाधिकारी के साथ सुरक्षाकर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया हैं। उम्मीदवारों, नामांकन पत्र खरीदने वालों और मीडियाकर्मियों को ही परिसर में जाने की अनुमति है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से समाहरणालय के 100 मीटर के दायरे में पुलिस बल और दंडाधिकारियों की नियुक्ति किया गया है ।