पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के दादा खुदन महतो सात मौजा के थे जमींदार
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रांची । भाजपा एवं आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा विधायक अंबा प्रसाद के बड़कागांव स्थित घर बनाने को लेकर तरह-तरह के अफवाह उड़ाए जाने पर इस संबंध में शुक्रवार को प्रखंड कोर कमेटी द्वारा प्रेस वार्ता बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के सांढ पंचायत में किया गया।
इस मामले पर 20 सूत्री सदस्य गंगादोहर निवासी सुरेश महतो दुष्प्रचार करने वाले लोगों को पूर्व मंत्री योगेंद्र साव एवं विधायक अंबा प्रसाद के पारिवारिक इतिहास को पता करने की नसीहत दी है। सुरेश महतो ने बताया कि योगेंद्र साव के परदादा स्वर्गीय खुदन महतो सात मौजा के जमींदार थे जिसमें पहरा जमिरा, उफरौल, गरीखुर्द, कंडाबेर, लाजीदाग आदि गाँव की जमींदारी उनके जिम्मे में थी। वह क्षेत्र के माननीय व्यक्ति के श्रेणी में आते थे और पूरा इलाका उन्हें मालिक संबोधित करते थे।
स्वर्गीय खुदन महतो के पुत्र स्वर्गीय लालो महतो जो योगेंद्र साव के दादा थे उनका 1980 के दशक में चूना पत्थर खनिज माइंस हुआ करता था साथ ही साथ उनका कपड़ा का व्यापार और बड़े पैमाने पर कृषि कार्य होता था। क्षेत्र के लोगों के यहां नियमित रूप से उनके द्वारा अनाज भेंट किया जाता था |
सुरेश महतो ने कहा योगेंद्र साव 90 के दशक में कंडाबेर फायर क्ले का माइंस चलाते थे और बड़कागांव केरेडारी के कई लोग उनके व्यापार से लाभान्वित थे | सन 2000 में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव द्वारा चट्टी बारियातू एवं जमीरा में दो फैक्ट्री लगाकर पूरे झारखंड-बिहार में फायर क्ले एवं कलसाइन का सप्लाई किया करते थे | उनके व्यापार में कई लोगों के जुड़ने से लोगों का घर चलता था जिससे कई लोग उनसे जुड़ गए थे जिसके बाद वह राजनीतिक जीवन में प्रवेश किए और विधायक-मंत्री बने।
सुरेश महतो ने कहा कि अगर वह अच्छा कपड़ा पहन रहे, गाड़ी में घूम रहे, रहने के लिए घर बना रहे तो अपनी हैसियत से कर रहे है और वह हर तरह से सक्षम है। एनटीपीसी आंदोलन के दरमियान अनेकों मुकदमों में उनके पक्ष में दिल्ली से महंगे-महंगे वकील किए जिसमें उनके द्वारा करोड़ों रुपया खर्च किया गया और आज भी वह सभी मुकदमों को मजबूती से लड़ रहे हैं। श्री साव राजनीतिक जीवन में आने के बाद उनके परिवार ने काफी संघर्ष किया और उतार चढ़ावा देखे है। इसलिए सभी दुष्प्रचार करने वाले विरोधियों को नसीहत देता हूं कि योगेंद्र साव एवं उनके परिवार के ऊपर अफवाह उड़ाने से पहले उनके इतिहास को पता कर ले। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे, समाजसेवी बिंदेश्वर कुमार दांगी, आदि उपस्थित थे |