चाहरदीवारी में दरारें , ग्रामीणों की गुहार , “मरम्मत नहीं तो बंद कर दीजिए ये मज़ाक” ।।
कान्हाचट्टी/चतरा (संजीत मिश्रा) । कान्हाचट्टी प्रखंड का एकमात्र स्टेडियम अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर प्रखंड में एक स्टेडियम निर्माण की योजना चलाई थी। इसी योजना के तहत कान्हाचट्टी प्रखंड के रामनगर उच्च विद्यालय परिसर में लघु सिंचाई विभाग द्वारा लगभग 64 लाख रुपये की लागत से स्टेडियम का निर्माण कराया गया था।
लेकिन निर्माण कार्य के दौरान ही संवेदक द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की गईं। नतीजतन, आज स्टेडियम की कई जगहों की चाहरदीवारी दरक चुकी है , प्लास्टर झड़ रहे है । संवेदक द्वारा जो गेट और खिड़कियां लगाई गई थीं, वे भी कबाड़ चोरों के निशाने पर आ गईं और अब स्टेडियम पूरी तरह से बिना गेट के खड़ा है।
शाम ढलते ही लगती है शराबियों की महफ़िल……
गेट नहीं होने और देखरेख के अभाव में स्टेडियम अब शराबियों का अड्डा बन चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम होते ही स्टेडियम में नशेड़ियों की जमघट लग जाती है, जिससे बच्चों और महिलाओं का उधर से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है।
स्टेडियम की ज़मीन पर छोटे-छोटे कंकड़ और गड्ढों के कारण बच्चे ठीक से फुटबॉल तक नहीं खेल सकते। मैदान में अक्सर मवेशी बांधे जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही इसकी मरम्मत नहीं कराई, तो यह मैदान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।
ग्रामीणों ने की मरम्मत की मांग
स्थानीय ग्रामीण उपेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, अशोक सिंह, बैजनाथ यादव, नरेश राणा आदि ने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्टेडियम की शीघ्र मरम्मत कराई जाए और इसकी निगरानी की समुचित व्यवस्था हो, ताकि यह खेल के लिए उपयोगी बन सके।