वन विभाग व पुलिस की संयुक्त अभियान में बालू माफियाओं पर कार्रवाई से मचा हड़कंप ।।
चतरा(संजीत मिश्रा )। जिले में वरीय अधिकारियों के आदेश-निर्देशों की अनदेखी और नियमों को ताक पर रखकर काम करना अब अंचलाधिकारियों की दिनचर्या बन चुकी है। प्रतापपुर,चतरा, हंटरगंज और कान्हाचट्टी जैसे कई अंचलों से लगातार नियम विरुद्ध कार्यों की शिकायतें सामने आ रही हैं।
कान्हाचट्टी में निष्क्रियता की हद: वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन ट्रैक्टर जब्त….
कान्हाचट्टी प्रखंड में अंचलाधिकारी की निष्क्रियता की पोल उस वक्त खुल गई जब बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ वन विभाग और पुलिस की संयुक्त छापेमारी में राजगढ़ घाट (तुलबुल पंचायत) से तीन ट्रैक्टर अवैध बालू सहित जब्त किए गए।जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कोडरमा और चतरा के डीएफओ के निर्देश पर की गई। चौपारण रेंज की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर राजपुर व इटखोरी थाना पुलिस के सहयोग से यह बड़ी कार्रवाई की। बताया गया कि घाट से प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टरों द्वारा अवैध रूप से बालू की निकासी की जा रही थी। पूर्व में भी उपायुक्त रमेश घोलप के सख्त निर्देश के पश्चात करवाई के नाम पर अंचल अधिकारी मनोज गोप के द्वारा खाना पूर्ति किया गया ।
जप्त ट्रैक्टर मालिकों की पहचान:
- मुकेश प्रजापति, पिता – स्व. प्रीतम प्रजापति, ग्राम – चिल्हिया
- सीता यादव, पिता – स्व. विष्णी यादव
- नंदू यादव, पिता – स्व. धनेश्वर यादव (दोनों निवासी – तुलबुल )
तीनों ट्रैक्टरों को चौपारण रेंज कार्यालय लाकर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस कार्रवाई से अवैध बालू कारोबार में लिप्त माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
चुप्पी पर सवाल: अंचलाधिकारी कॉल तक नहीं उठाते…
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब अंचलाधिकारी मनोज गोप से इस संबंध में प्रतिक्रिया लेने के लिए कॉल किया गया, तो उन्होंने कॉल उठाना भी मुनासिब नहीं समझा। इससे पहले भी उन पर अवैध बालू गाड़ियों को पकड़कर छोड़ देने के आरोप लग चुके हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इतनी ‘मेहरबानी’ की वजह क्या है?
इस विशेष कार्रवाई में वन विभाग से कुलदीप कुमार, जैनेंद्र कुमार एवं छत्रपति शिवाजी के अलावा स्थानीय पुलिस बल भी शामिल रहा।