नई दिल्ली/रांची । सीबीआई दिल्ली ने रिश्वतखोरी के एक बड़े मामले में चर्चित कंपनी राम कृपाल कंस्ट्रक्शन के तीन लोगों सहित नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के जनरल मैनेजर को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
सीबीआई को जानकारी मिली थी कि एनएचएआई के जनरल मैनेजर रामप्रीत पासवान एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी से घूस लेने वाले हैं। सत्यापन के दौरान यह पुष्टि हुई कि राम कृपाल कंस्ट्रक्शन के लोगों ने घूस की रकम का इंतजाम कर लिया था और एनएचएआई अधिकारी से संपर्क किया था।
इसके बाद, एनएचएआई अधिकारी ने पटना स्थित अपने आवास के पास घूस की रकम लेने की योजना बनाई। जैसे ही कंपनी के जनरल मैनेजर सुरेश महापात्रा ने रामप्रीत पासवान को रिश्वत की रकम सौंपी, सीबीआई की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
- रामप्रीत पासवान – जीएम, एनएचएआई, पटना
- बरुण कुमार सिंह – राम कृपाल कंस्ट्रक्शन
- चेतन शर्मा – राम कृपाल कंस्ट्रक्शन का कर्मचारी
- सुरेश महापात्रा – जीएम, राम कृपाल कंस्ट्रक्शन
छापेमारी में 1.18 करोड़ रुपये बरामद
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में संबंधित लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 1 करोड़ 18 लाख 85 हजार रुपये नकद जब्त किए गए।
सीबीआई ने इन 12 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है जिनका नाम व पद इस प्रकार है … वाई. बी. सिंह – चीफ जीएम, एनएचएआई, पटना , रामप्रीत पासवान – जीएम, एनएचएआई, पटना , कुमार सौरभ – डीजीएम, एनएचएआई, पूर्णिया , ललित कुमार – प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई, मुजफ्फरपुर , अंशुल ठाकुर – साइट इंजीनियर, एनएचएआई, मुजफ्फरपुर , हेमेन मेहदी – एजीएम, एनएचएआई, पटना , बरुण कुमार – राम कृपाल कंस्ट्रक्शन का कर्मचारी , सुरेश महापात्रा – जीएम, राम कृपाल कंस्ट्रक्शन , अमर नाथ झा – जीएम, राम कृपाल कंस्ट्रक्शन , चेतन शर्मा – राम कृपाल कंस्ट्रक्शन का कर्मचारी , सत्य नारायण सिंह (पप्पू) – ठेकेदार, मुजफ्फरपुर , राम कृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ।
सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें 6 सरकारी अधिकारी और 6 निजी कंपनी के लोग आरोपी बनाए गए हैं। मामले की जांच जारी है।